मॉब लिंचिंग क्या है
mob
lynching meaning in hindi और मोब लिंचिंग रोकने के उपाय
mob lynching kya hai or mob lynching ka hindi meaning
mob lynching
meaning in hindi
1.
mob meaning
·
mob =भीड़
2.
lynch meaning
·
lynching =हत्या
mob lunching में lunching शब्द अमेरिकी सिविल वार (घरेलू युद्द ) से आया है
मॉब लिंचिंग क्या है
आसान शब्दों में समझे तो भीड़
के द्वारा हत्या
mob lunching (मोब लिंचिंग क्या है)
क्या होता है ?
mob lynching kya hai
"जिस किसी घटना में भीड़ द्वारा किसी मामले में कानून की मदद न लेते हुए भीड़ खुद ही किसी मामले में किसी को अपराधी मानकर उसकी हत्या कर देती है ये mob lunching कहलाता है"
mob lunching meaning
when a lawless mob
attempts to take
justice into their own hands, rather than following legal due
process.
mob lunching का इतिहास
mob lunching की घटनाये आज कल में में शुरू हुयी कोई घटना नहीं है बल्कि ये तो कई सदियों
पहले से चली आ रही है जो की सबसे पहले यूरोप
अमेरिका से होकर भारत में आयी है
अमेरिका जैसे देशो मे बहुत से राज्यों में
भीड़ों द्वारा की जाने वाली हत्याओं का एक लंबा इतिहास रहा हैं जिसे लिंचिंग कहा
गया अमेरिकी गृह युद्ध के खत्म होने के बाद जैसे ही कालों को बराबरी के अधिकार
मिले वैसे ही गोरों ने कालों की लिंचिंग्स शुरू कर दी थीं
जिसके पीछे बुद्दीजीवियो का
मानना है की ये एक तरह का राजनेतिक हथकंडा है जिसमे की देश में विभिन्न गुटों को
आपस में लड़वाने की कोशिश की जा रही है. राष्ट्रवाद, गौरक्षा घर वापसी, लव जिहाद, गोरक्षा, बच्चा चोरी , और अन्य कई मामलो में भावनाओं को नुकीला बनाया जा रहा है
ताकि लोग आपस में लड़ें और राजनीतिक दल उनपर राज करें. और ये एक तरह का डिवाडड एंड रूल यानी फुट डालो और शासन करो का 21 सदी का तरीका है
mob lunching होने की वजह और इसका
साईकोलॉजीकल कारण क्या है ?
किसी भी ऐसे घटना में
पहले जिज्ञासा वश या किसी तय फिक्स अजेंडा
प्रोपेगैंडा या फेक news के जरिये भीड़ एकत्रित होती है जिसमे कुछ लोग ऐसी घटना के विरोध में होते है
और कुछ इसके पक्ष में होते है और जो इस
घटना के विरोध में होते है वो खुद को भीड़ से अलग बताने से डरते है या उनमे कही न
कही डर होता है या कह सकते है उनमे आत्म विश्वास की कमी होती है
मॉब लिंचिंग क्या है
mob
lynching meaning और रोकने के उपाय!
वही दूसरी ओर जो लोग ऐसी घटनाओं के पक्ष में होते है वे अपनी
कमजोरियां और निजी हताशा को भीड़ का हिस्सा बनकर बाहर निकालते है .
बड़ी बड़ी घटना के अलावा देश
में चोरी-डकैती या कभी-कभी किसी कार दुर्घटना में भी भीड़ इकट्ठा हो जाती है और
ड्राइवरों को पीट-पीट कर मार डालती है. इसके पीछे की मूल वजह कही न कही ये मानना भी
है कि कानून जो कहता है वो करता नहीं है."
मनोविश्लेषक जी ली बॉन ने 19वीं सदी के अंत में लिखी अपनी प्रसिद्ध किताब ‘द क्राउड’ में बहुत ही अच्छे से इसे समझाया है वे अपनी किताब में कहते है की -
“
भीड़ में शामिल लोग किसी भी तरह के हों,सच्चाई ये है कि वो भीड़ का हिस्सा बन चुके हैं। लिहाजा
उनके सोचने-समझने की दिशा सामूहिकता के साथ जुड़ जाती है। यही सामूहिकता तय करती
है कि वह व्यक्ति किस तरह सोचेगा, महसूस
करेगा और किसी ख़ास परिस्थिति में किस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा।”
mob lunching रोकने या इससे बचने के उपाय -
jio के आने बाद से जिस तेजी
से हम digital
युग में आये है वैसे ही ऐसी घटनाए सोशल मीडिया और मोबाइल के माध्यम से तेजी से फैली है समस्या
की मुख्य वजह जहा है वही से उसका समाधान अब शुरू कर दिया गया है और अब खुद whatsapp
ये फीचर लाया है जिसमे की 5 से ज्यादा बार एक msg को सेंड नहीं किया जायेगा
और आधिक जानकरी के लिए ये विडियो जरुर देखे !
सरकारों और सांस्कृतिक संगठनों के जागने के
साथ ही ऐसी घटनाओं में मुझे लगता है हमारा खुद का विवेक और सतकर्ता ही ऐसी
घटनाओं पर रोक लगा सकती है
जिसमे की हम जागरूक होकर
निर्णय कर पाए की हमारे लिय सही क्या और गलत क्या है और
कानून को अपने हाथ में लेना
किसी भी तरह से न्याय संगत नहीं है
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